बंगाल में इंडियन सेक्यूलर फ्रंट (आइएसएफ) से गठबंधन के बहाने बढ़ी कांग्रेस की आंतरिक कलह फिलहाल थमती नहीं दिख रही। असंतुष्ट खेमे की ओर से गठबंधन को लेकर उठाए गए सवालों को पार्टी ने निर्मूल करार देते हुए साफ कर दिया है कि कांग्रेस का गठबंधन वाममोर्चा के साथ हुआ है और माकपा ने अपने कोटे की सीटों में आइएसएफ से गठबंधन किया है। इतना ही नहीं, गठबंधन पर सवाल उठाने वाले असंतुष्ट खेमे के नेता आनंद शर्मा पर बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के पलटवार को भी पार्टी ने सही ठहराने से गुरेज नहीं किया। वहीं असंतुष्ट खेमा और आनंद शर्मा पार्टी के मौजूदा हालात को लेकर उठाए गए सवालों से पीछे हटते नजर नहीं आ रहे हैं।
पार्टी ने गठबंधन पर आनंद शर्मा के सवाल को किया खारिज
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक मंच से असंतुष्ट खेमे पर सीधा हमला करने से परहेज करते हुए उनके प्रति नरमी का संकेत तो दिया मगर नेतृत्व को कठघरे में खड़ा करने के प्रयासों को सिरे से खारिज कर दिया। पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने आनंद शर्मा के उठाए मुद्दों से जुड़े सवालों पर कहा कि बंगाल कांग्रेस के प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने पहले ही स्थिति साफ कर दी है और वे भी स्पष्ट कर रहे कि वाममोर्चा के साथ गठबंधन में कांग्रेस को 92 सीटें मिली हैं। माकपा ने अपने कोटे की सीटें आइएसएफ को दी हैं। वस्तुस्थिति साफ कर देने के बाद गठबंधन को लेकर उठाए सवाल का दृष्टिकोण ही अलग हो जाता है। गठबंधन को कांग्रेस की विचाराधारा के खिलाफ बताने के शर्मा के बयान की ओर इशारा करते हुए सिंघवी ने कहा कि जब परिप्रेक्ष्य स्पष्ट हो गया है तो इस सवाल का मतलब नहीं रह जाता।