Home विविध पर्यटन शिगार घाटी घूमने आइए, यहाँ आपको कई ऐतिहासिक स्थल मिलेंगे

शिगार घाटी घूमने आइए, यहाँ आपको कई ऐतिहासिक स्थल मिलेंगे

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शिगार घाटी का नाम शिगार नदी के नाम पर पड़ा है। बाईं ओर की तस्वीर इसी इलाके की है। ये घाटी 170 किलोमीटर तक फैली है जो स्कार्दू से असकोल तक जाती है और यहीं से काराकोरम पर्वत श्रृंखला की शुरुआत होती है। शिगार का कस्बा घाटी की सबसे बड़ी बसावट है। हालांकि ये इलाका सुदूर क्षेत्र में है और आम लोगों की पहुंच से दूर है लेकिन फिर भी यहां कई गांव मौजूद हैं। अब शिगार एक जिला बन चुका है।
 
ये तस्वीर अलटिट किले की है जो हुंजा घाटी में स्थित एक ऐतिहासिक धरोहर है। यह यहां पूर्व में शासकों का घर रह चुका है जो मीर नाम लगाते थे। यहां का अलटिट किला कम से कम 1100 साल पुराना है और ये गिलगित-बाल्टिस्तान की सबसे पुरानी धरोहर है।
स्कार्दू एयरपोर्ट एक घरेलू नागरिक हवाई अड्डे के साथ साथ गिलगित-बाल्टिस्तान में पाकिस्तान का एयरबेस भी है। ये पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से जुड़ा है। पाकिस्तान की इंटरनेशनल एयरलाइन फ्लाइट के साथ-साथ ये पाकिस्तान एयरफोर्स के लिए फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस के रूप में भी काम करता है।
 
वर्तमान में गिलगित-बल्तिस्तान, सात ज़िलों में बंटा हैं, इसकी जनसंख्या लगभग दस लाख और क्षेत्रफल 28,000 वर्ग मील है।
 
गिलगित नदी, जिसे गिजर नदी भी कहा जाता है, ये पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में बहती है। यह सिन्धु नदी की ही एक उपनदी है। गिलगित शहर इसी नदी के किनारे बसा हुआ है। गिलगित नदी 12,200 फीट की ऊंचाई पर स्थित शंदूर झील से शुरू होती है और आगे चलकर इसमें पहले दाईं तरफ से गिजर नदी और फिर बाईं तरफ से हुन्जा नदी मिलती है।

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