Home हलचल इधर-उधर कोरोना के चलते बड़ी संख्या मे पत्रकारों के बेरोजगार होने का खतरा है -उधम सिंह

कोरोना के चलते बड़ी संख्या मे पत्रकारों के बेरोजगार होने का खतरा है -उधम सिंह

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गाजीपुर - हिंदी पत्रकारिता दिवस पर शनिवार को उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (उपजा) की जिला इकाई ने  पत्रकार पॉइंट टैगोर मार्केट कचहरी स्थित कार्यालयत में मां सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण कर पत्रकारिता दिवस लाकडाउन के चलते सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए  मनाया।इस अवसर पर उपस्थित पत्रकारों ने अपने अपने विचार व्यक्त किये । 

इस दौरान अपने उद्बोधन में उपजा के  जिला अध्यक्ष उधम सिंह ने कहा कि 30 मई यानी आज ही के दिन वर्ष 1826 में पंडित युगल किशोर शुक्ल ने प्रथम हिंदी समाचार पत्र उदंत मार्तंड का प्रकाशन व संपादन आरंभ किया था । भारत में हिंदी पत्रकारिता की आधारशिला पंडित युगल किशोर शुक्ल ने डाली थी। उन्होंने कहा कि पंडित जी मूलरूप से कानपुर के निवासी थे। 

श्री सिंह ने आगे कहा कि इस बार की पत्रकारिता दिवस दोहरी चुनौतियों के बीच है ।कोरोना से पैदा अर्थ संकट ने तमाम मीडिया संस्थानों के वजूद के लिए खतरा पैदा कर दिया है ।वायरस के खौफ से अखबारों का प्रसार गिरा है।विज्ञापन कम हुुुए हैं और अखबार दुबले हुए हैं । इस विषय समय में अनेक पत्रिकाओं को अपना प्रकाशन स्थगित करना पड़ा है । वही, संकट के इस दौर में अनेक पत्रकारों को अपनी नौकरियों से भी हाथ धोना पड़ा है । वेतन में भारी कटौतिया हुई है।ऐसे में अगर हालत नहीं सुधरे तो बड़ी संख्या में पत्रकारों के बेरोजगार होने का खतरा है ।उन्होंने कहा कि आज तमाम चुनौतियां है ,जिसमें हमको निष्पक्ष पत्रकारिता भी करना है और अपने पाठकों दर्शकों के भरोसे पर खरेे उतरनेे का जो संकट बढ़ रहा है उस पर भी खरा उतरना है ।।

वही इस दौरान उपस्थित रहे वरिष्ठ पत्रकार राजेश सिंह ,प्रमोद राय ,ललन सिंह यादव ,कमलनाथ , रमेश कुमार ने भी अपनेे अपनेे विचार व्यक्त किये ।

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