लखनऊ। कोरोना के बढ़ते संक्रमण से पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है। वहीं इस संक्रमण से प्रभावित लोगों की मदद में दानवीरों का कारवां बढ़़ता ही जा रहा है। इसी कड़ी में बेटी ने अपने सीमित संसाधनों से एकत्र किये ५१ हजार रूपए प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा किया। वहीं पिता ने पीएम राहत कोष में ५० लाख रूपए देेने की जनपद के वरिष्ठï अधिकारियों से इजाजत मांगी है।
कोरोना संक्रमण से प्रभावित गरीबों की मदद के लिए जो जिस लायक है वह अपने अपने स्तर पर आगे बढ़ रहा है। इसी बीच बाराबंकी जनपद के सूरतगंज विकास खण्ड के जफरपुर गांव में रहने वाली दिव्या सिंह ऊर्फ गुडिय़ा ने अपने स्तर पर एकत्र किये हुए ५१ हजार रूपए प्रधानमंत्री राहत कोष में आरटीजीएस के माध्यम से गत दिनों ट्रांसफर कर दिया है। इसकी तारीफ चारों ओर हो रही है। दिव्या सिंह भाजपा की मण्डल उपाध्यक्ष है। इन्होंने बताया कि हमारे कई एनजीओ संचालित हो रहे हैं, साथ ही जो मैने बचत की थी यह वहीं पैसा है। इस योगदान में पार्टी का कोई लेना देना नहीं हैं।
दिव्या सिंह ने बताया कि हमारे पिता राजेन्द्र सिंह राठौर सेवा निवृत्त राजकीय कर्मचारी के साथ वर्तमान में ग्राम प्रधान हैं। पंचायत निधि में काफी पैसा पड़ा है, जो ५० लाख से अधिक है। इस धन का प्रयोग नहीं हो रहा है। इसलिए पापा ने भी बाराबंकी के ही जिला अधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी से इस धनराशि को पीएम राहत कोष में देने की इजाजत मांगी है। यदि अनुमति मिल जाती है तो यह धनराशि कोरोना राहत कोष में ट्रांसफर करा दी जायेगी। इसके साथ ही गांव के गरीब मजदूरों की लगातार मदद की जा रही है।
बेटी ने दिया 51हजार तो पिता ने 50 लाख रुपए देने की मांगी इजाजत
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