Home समाचार खेल कप्तानी मिलने के बाद पंत ने भरी हुंकार, कहा युवी की तरह मार सकता हूं छक्के

कप्तानी मिलने के बाद पंत ने भरी हुंकार, कहा युवी की तरह मार सकता हूं छक्के

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नई दिल्ली:आईपीएल 2021 में दिल्ली कैपिटल्स की कमान संभालने वाले युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने भारत के पूर्व आलराउंडर युवराज सिंह की बल्लेबाजी को याद करते हुए कहा है कि वह हमेशा से ही छक्के लगाने के शौकीन थे। बचपन में वह जब क्रिकेट खेलते थे तब उनके शॉट हर तरफ जाते थे।

पंत ने कहा, ' जब आप छक्का लगाते हैं तो अमूमन इसमें काफी ताकत लगती है, लेकिन जब युवी पाजी बल्लेबाजी करते थे और छक्के लगाते थे तो ऐसा लगता था कि वह बिना किसी कोशिश और ताकत के छक्के लगाते हैं, जिसमें सिर्फ टाइमिंग होती थी। उनके द्वारा लगाए गए छक्कों को देख कर काफी अच्छा लगता था और महसूस होता था कि ऐसा भी कुछ हो सकता है और यही चीज मैं अपने अंदर देखता हूं। मुझे लगता है कि मैं भी युवराज की तरह छक्के लगा सकता हूं। '
 

सोनेट क्रिकेट अकादमी में ऋषभ पंत के कोच रहे तारक सिन्हा ने कहा, ' युवराज की तरह पंत ने भी सहज तरीके से गेंद को बाउंड्री पार कराने का रास्ता ढूंढ लिया है जो बहुत अच्छी बात है। उन्होंने सोनेट क्रिकेट मैदान पर एक बार गेंद को मैदान के बाहर भेज कुछ ऐसा ही करके दिखाया था। कई मौकों पर उन्होंने अपने खेल का यह पहलू दिखाया है, लेकिन आईपीएल 2018 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ 48 गेंदों पर 84 रन की वो पारी बेहद खास थी, जिसमें उन्होंने खुद काे इस दौर के युवराज सिंह के रूप में पेश किया था। '

सिन्हा ने कहा, ' पंत हमेशा से ताकतवर बल्लेबाज रहे हैं और अब उनकी ताकत और बढ़ गई और वह लंबे छक्के लगाने लगे हैं। यही एक डर है जो हर बल्लेबाज को गेंदबाजों के ऊपर बनाना चाहिए और पंत ने यह बनाया है। ' उल्लेखनीय है कि पंत का सीमित ओवर क्रिकेट ग्राफ काफी सुधरा है, लेकिन टेस्ट में अच्छे प्रदर्शन से बीसीसीआई के साथ लंबे केंद्रीय अनुबंध से उन्हें काफी फायदा मिला है। पिछले आईपीएलसत्र में 52.61 के औसत और 173.60 के स्ट्राइक रेट के साथ 14 मैचों में 684 रन बनाने के बाद पंत ने एक बार फिर वह भरोसा बनाया है जो उन्होंने 19 साल की उम्र में दिल्ली की टीम में प्रवेश के वक्त बनाया था।

पंत ने कहा, ' जब मैंने युवा बल्लेबाज के रूप में करियर शुरू किया तो दिल्ली ने मुझे मौका दिया। एक खिलाड़ी के लिए यह महत्वपूर्ण होता है कि उसे किसने उसका पहला ब्रेकथ्रू दिया है, इसलिए मुझे हमेशा यह याद रहेगा, क्योंकि 19 साल की उम्र में मुझे मैच खेलने का मौका देना आसान फैसला नहीं है। खासतौर पर आईपीएल जैसे फॉर्मेट में जहां प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की कमी नहीं है, इसलिए अगर आपको कोई मौका दे तो हमें उनका शुक्रिया अदा करना चाहिए।'

23 वर्षीय पंत ने कहा, ' दिल्ली के लोगों ने मुझ पर जो भरोसा जताया है उसके लिए हमेशा आभारी रहूंगा। एक खिलाड़ी के लिए यह बहुत अच्छी बात है इससे उसका आत्मविश्वास बढ़ता है। दिल्ली के टीम प्रबंधन ने मुझ पर जो विश्वास दिखाया, धीरे-धीरे उसका परिणाम दिखेगा। जब वे आपको एक परिवार की तरह रखते हैं तो उसका असर प्रदर्शन में दिखता है। इसमें एक ऐसा संबंध बनता है जो सच में खेल के दौरान हमारी मदद करता है। 

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