Home राज्यों से बिहार नागरिकता संशोधन विधेयक के बाद मोदी की सहयोगी पार्टी ने मुस्लिमों को लेकर कही दी ऐसी बड़ी बात

नागरिकता संशोधन विधेयक के बाद मोदी की सहयोगी पार्टी ने मुस्लिमों को लेकर कही दी ऐसी बड़ी बात

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जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य आरसीपी सिंह ने कहा कि आज देश में भय बनाम भरोसे की लड़ाई चल रही है और इसमें जदयू अल्पसंख्यकों के भरोसे को किसी कीमत पर टूटने नहीं देगा। सिंह ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में क्षेत्रीय संगठन प्रभारियों, जिला प्रभारियों, जिलाध्यक्षों, विधानसभा प्रभारियों, प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्षों एवं प्रदेश प्रवक्ताओं की महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और नागरिकता संशोधन विधेयक की चर्चा की और कहा, आज लोग नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस के नाम पर लोगों को बरगलाने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि हमलोगों का एजेंडा सी से आगे डी का यानि नेशनल रजिस्टर ऑफ डेवलपमेंट का है। हमलोगों का एकमात्र एजेंडा विकास है और विकास की इस यात्रा में धर्म, जाति या लिंग के नाम पर कोई भेदभाव नहीं कर सकता।

जदयू नेता ने कहा, कुछ पार्टियां अल्पसंख्यकों के नाम पर भय की राजनीति करने में लगी हैं जबकि हमलोगों की राजनीति भय के खिलाफ भरोसा की है। यह भय बनाम भरोसा की लड़ाई है। हमलोग अल्पसंख्यकों के भरोसे को किसी कीमत पर टूटने नहीं देंगे। सिंह ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) क्या है और इसमें क्या व्यवस्था है, यह बहुत लोगों को पता ही नहीं है। लोग पढऩे-लिखने का काम करें। जदयू को इस संशोधन विधेयक की पूरी समझ है इसलिए उसने इसका समर्थन किया है।

उन्होंने कहा कि सीएबी पर पार्टी का स्टैंड स्पष्ट है और वह मजबूती से उस पर कायम है। जिन को यह स्वीकार नहीं है वह अपना रास्ता चुनने के लिए स्वतंत्र हैं। जदयू नेता ने कहा कि संगठन के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। जदयू का संगठन अब सभी बूथों तक है, यह पार्टी के लिए बड़ी उपलब्धि है। हमारे नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जमीन पर काम किया है और अब हमारा संगठन भी जमीन तक है। इस अभियान से पार्टी कार्यकर्ताओं का भरोसा बढ़ा और पार्टी जड़ से मजबूत हुई है। संगठन की ताकत बढ़ी है। उन्होंने कहा कि पार्टी का अगला लक्ष्य 15 दिसंबर 2019 से 05 जनवरी 2020 के बीच विधानसभावार सम्मेलन का है। इसके बाद बूथ तक के सभी कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन करना है। इसके लिए लगभग 400 मास्टर ट्रेनर बनाए जाएंगे।

सिंह ने कहा कि जदयू के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकजुट और संकल्पित रहना है कि बिहार में वर्ष 2020 में फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बने। उन्होंने कहा कि 2020 के चुनाव का मुख्य भाव होगा 15 साल बनाम 15 साल। बिहार की जनता अच्छी तरह जानती है कि नीतीश कुमार के शासन के पहले और बाद के बिहार में क्या अंतर है और साथ में यह भी कि और अगले पांच साल में क्या कुछ हो सकता है। न्याय के साथ विकास, बिहार का समावेशी विकास, सामाजिक सौहाद्र्र और कानून का राज, अपने इन संकल्पों पर नीतीश कुमार शुरू से लेकर आज तक अडिग हैं।


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