Home विविध अपराध दो धड़ों में मिले शव की हुई पहचान, संदेह दोस्तो ने की है हत्या

दो धड़ों में मिले शव की हुई पहचान, संदेह दोस्तो ने की है हत्या

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मोहनलालगंज / लखनऊ- अभी हाल ही में मोहनलालगंज क्षेत्र के खुजौली गांव में दो टुकड़ों में मिले शव की शिनाख्त हो गई है। मृतक बागपत निवासी लविश उर्फ जॉनी है। 23 वर्षीय जॉनी बीए का छात्र था। वह दिल्ली में अपने भाई के साथ रहकर पढ़ाई कर रहा था। पुलिस के मुताबिक लविश की हत्या उसके दो दोस्तों अनिल व सौरभ ने की है। दोनों दोस्त फरार हैं। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है।

   मोहनलालगंज के खुजौली गांव में रविवार सुबह सूखी नहर के पास गड्ढे में दबा युवक का सिर ग्रामीणों ने देखा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सिर के साथ एक किमी दूर एक फार्म हाउस के पास तालाब के किनारे धड़ भी बरामद कर लिया था। घटना के दिन से ही काफी मशक्कत के बाद मंगलवार को मृतक की शिनाख्त बागपत के राठौड़ा छपरौली निवासी लविश उर्फ जॉनी सिंह के रूप में कर ली गई।

 पुलिस के मुताबिक लविश का भाई सचिन दिल्ली में सिक्योरिटी एजेंसी में काम करता है। उसी के साथ रहकर लविश वहां पढ़ाई करता था। 

पुलिस के मुताबिक जॉनी दिल्ली से तीन महीने पहले अपने दोस्तों अनिल व सौरभ के बुलाने पर लखनऊ आया था। वह मुजफ्फरनगर निवासी प्रदीप चौधरी के चालक अनिल व कर्मचारी सौरभ के साथ गोमती नगर विस्तार के खरगापुर में एक फ्लैट में रहता था। यह फ्लैट प्रदीप चौधरी ने ही अपने कर्मचारियों के लिए लिया था। प्रदीप खुद गोमती नगर के नेहरू एन्क्लेव में परिवार के संग रहते हैं। उनका फार्म हाउस मोहनलालगंज के खुजौली गांव में है। 

पुलिस के मुताबिक पड़ताल में सामने आया कि अनिल सौरभ और जॉनी के बीच शनिवार रात फ्लैट पर किसी बात पर झगड़ा हुआ था। झगड़े की आवाज फ्लैट के बाहर आने पर पड़ोसियों ने प्रदीप चौधरी को इसकी सूचना भी दी थी। प्रदीप ने पूछा तो आपसी बात कर मामले को टाल दिया था। 

पुलिस के मुताबिक जिस स्थान पर धड़ मिला था, वहीं तालाब था। इसलिए पुलिस ने मृतक के मोबाइल की तलाश में तालाब का पानी निकलवाना शुरू किया। इस दौरान तालाब से फावड़ा बरामद हुआ। पूछताछ में फार्म हाउस के चौकीदार ने फावड़ा पड़ोस के प्रदीप चौधरी के फार्म हाउस का बताया। पुलिस फार्म हाउस पहुंची तो चौकीदार ने बताया कि फावड़ा उसी के फार्म हाउस का है, लेकिन तालाब में कैसे पहुंचा उसे इसकी जानकारी नहीं है। इसके बाद पुलिस ने प्रदीप से भी पूछताछ शुरू कर दी।

 पुलिस के मुताबिक जॉनी की हत्या के बाद दोनों आरोपी अनिल व सौरभ प्रदीप के फार्म हाउस पर पहुंचे थे। चौकीदार ने बताया कि दोनों वहां रात में पहुंचे। गाड़ी धुली और स्नान किया। गाड़ी धोने की बात सामने आई और फावड़ा मिलने के बाद पुलिस का संदेह गहराता गया। प्रदीप से पूछताछ भी की, लेकिन अनिल व सौरभ के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। पुलिस ने जब दोनों के नंबर सर्विलांस पर लिए तो उनकी लोकेशन लखनऊ से दिल्ली के रूट पर मिली, जो कुछ दूर जाने के बाद बंद हो गया था। 

इसके बाद पुलिस ने सोमवार देर रात बागपत से जॉनी के घर वालों को लखनऊ बुलाया। मंगलवार देर शाम शव का पोस्टमार्टम कराकर परिवारीजनों को सौंप दिया।   

पुलिस के मुताबिक मृतक और हत्यारों के तार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक बड़े माफिया गिरोह से जुड़े हैं। इसकी पड़ताल की जा रही है। पुलिस को आशंका है कि यह गिरोह राजधानी में भी अपनी आमद दर्ज कराने की फिराक में था। पुलिस के मुताबिक यह गिरोह सुपारी लेकर हत्या, लूट, डकैती और फिरौती को अंजाम देता है। पश्चिम में गैंगवार शुरू होने के बाद कुछ दिन पहले ही इस गिरोह ने लखनऊ में पनाह ली है। 

वही  युवक की हत्या के मामले में पुलिस के दायरे में फार्म हाउस आने के बाद उसके मालिक ने अपना रसूख दिखाना शुरू कर दिया है। ऐसे में पुलिस भी संभलकर कदम बढ़ा रही है। पुलिस का दावा है कि यदि फार्म हाउस के मालिक का भी हत्या में हाथ होगा तो उसे भी नहीं बख्शा जाएगा।

 वही युवक की हत्या की सूचना पाने के बाद मंगलवार को मृतक के परिवारीजन मोहनलालगंज कोतवाली में पहुंचे, लेकिन पुलिस की पूछताछ में कुछ भी बताने से बचते रहे। उन्होंने यहां तक कह दिया कि जॉनी इस समय कहां व किसके साथ रहता था, उन्हें कुछ भी नहीं पता। ऐसे में पुलिस भी पशोपेश में है।

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