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दारू की तलब मिटा रहा पैंथर

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एक गोली में पव्वा भर का नशा, एक की जगह पांच रूपए में बिक रही है यह गोली

लखनऊ। कोरोना संक्रमण के चलते चल रहे लाकडाउन के कारण प्रदेश में शराब की दुकानें भी बंद चल रही है। लेकिन इसकी कमी को पूरा कर रहा है पैथंर। शौकीनों की माने तो इसकी एक गोली में एक पव्वा का नशा होता है। इन दिनो पैंथर की गोली की डिमांड के साथ ही इसकी कीमत भी बढ़ गयी है। पहले यह एक गोली एक रूपये में मिलती थी जो आज पांच रूपये में बिक रही है।
हमारे देश में जुगाड़ की कमी नहीं हैं। यहां के लोग चाहे जो भी हो अपना विकल्प तलाश लेते हैं। ऐसे ही लोगों ने दारू का भी विकल्प तलाश लिया है। क्योंकि इन दिनों लाकडाउन के कारण शराब की दुकानें भी बंद चल रही है। हालाकि इससे सरकार को करीब एक करोड रूपए का रोजाना नुकसान हो रहा है। यह दारू आवश्यक सेवा में न आने एव प्रतिरोधक क्षमता को कम करने के कारण इसकी बिक्री रोक दी गयी है। हालाकि इस दौरान नकली एवं कच्ची शराब की बिक्री बढ़ गयी है।
लोगों ने दारू का विकल्प भी पैंथर को तलाश लिया है। इन दिनों इस गोली की  मांग बढ़ गयी है। इसलिए इसे परचून दुकानदार घड़ल्ले से बेच रहे हैं। ग्रामीण भी इसकी एक गोली को खाकर दारू के नशे का आंनद उठा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में यह धंधा जोरो पर चल रहा है। मांग को देखते हुए पान मसाला तम्बाकू की तरह दुकानदारों ने इस की भी  कालाबाजारी आरंभ कर दी है। इसी कारण एक रूपए की बिकने वाली यह गोली अब पांच रूपये में बेची जा रही है। सूत्रों के अनुसार इस गोली में भांग मिली हुई है जो कि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। जबकि लाकडाउन में प्रदेश के सभी भांग के ठेके बंद चल रहे हैं। लेकिन पैथर के नाम से यह भांग की ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों छायी हुई है।  

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