Home हलचल सियासत गोरखपुर में कलश यात्रा के दौरान भड़का हाथी, बच्चे समेत तीन की जान ली, भगदड़ में कई घायल

गोरखपुर में कलश यात्रा के दौरान भड़का हाथी, बच्चे समेत तीन की जान ली, भगदड़ में कई घायल

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गोरखपुर में कलश यात्रा में शामिल हाथी बिदक गया। तीन साल के बच्चे समेत तीन लोगों को कुचलकर मार डाला। कई लोग भगदड़ में घायल हो गए। मरने वालों में बच्चे के अलावा अन्य दो महिलाएं हैं।

घटना चिलुआताल थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर माफी गांव में आयोजित यज्ञ की कलश यात्रा के दौरान हुई। हाथी ने यज्ञ स्थल को भी तहस नहस कर दिया है।

पुलिस और वन विभाग की टीम हाथी को काबू में करने की कोशिश में जुटी है। सीएम योगी ने भी मामले का संज्ञान लिया है। घटना पर दुख जताने के साथ ही सीएम योगी ने अधिकारियों को पीड़ितों की मदद के निर्देश दिए हैं। मरने वालों के परिजनों को पांच-पांच लाख की आर्थिक सहायता देने का आदेश दिया है।

मुहम्मदपुर माफी गांव में 16 फरवरी से 24 फरवरी तक श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन होना था। आयोजन के पहले दिन कलश यात्रा निकाली जा रही थी। कलश यात्रा में दो हाथियों को भी शामिल किया गया था। यात्रा की शुरुआत में ही किन्हीं वजहों से एक हाथी बिदक गई और कलश यात्रा में शामिल हुईं दो महिलाओं को अपने सूड में लपेटकर पटक दिया और पांव से दबाकर दोनों की जान ले ली।

महिला के साथ मौजूद उसके तीन साल के नाती की भी कुचल दिया। हाथी के बिदकते ही अफरातफरी मच गई। कलश यात्रा में भगदड़ मच गई। कई और लोग भी भगदड़ में घायल हो गए। घटना के बाद अन्य दोनों हाथी के महावतों ने अपने-अपने हाथियों को राप्ती नदी पार कर दूसरी तरफ खाली सिवान में लेकर चले गए।

घटना की सूचना पर थाना प्रभारी जयंत कुमार सिंह और सीओ कैम्पियरगंज श्यामदेव बिन्द दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी भी सूचना पर पहुंचे। उन्होंने वन विभाग को सूचना दी। बिदक गई हाथी पर पुलिस दूर से ही नजर रखे हुए है। महावत भी हाथी पर काबू करने का प्रयास कर रहे हैं।

मरने वाली कौशल्या के घर पड़ी है शादी

हाथी के उत्पात में मरने वालों में कांती देवी (55) पत्नी शंकर उपाध्याय निवासी मोहम्मदपुर माफी व गांव की कौशिल्या देवी (43) पत्नी दिलीप मद्देशिया के अलावा उनका चार साल का नाती कृष्णा है। गीडा थाना क्षेत्र के सरैया निवासी राजू का बेटा कृष्णा अपने ननिहाल आया था। वह नानी के साथ कलाश यात्रा में शामिल हुआ था।

कांती देवी पांच बेटे-बेटियों की माँ थीं। इनमें बेटे अनूप व बेटी दीपमाला की शादी नहीं हुई है। वहीं कौशिल्या देवी भी पांच बच्चों की मां थी। इसमें दो बच्चे डाली (27) व बेटे राजू की शादी नहीं हुई है। डाली की शादी तीन मई को तय है। जबकि चार साल का कृष्णा अपने ननिहाल आया हुआ था। वह कौशिल्या देवी की बेटी पूजा का बेटा था।

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