लखनऊ । युवा राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता रोहित अग्रवाल ने किसानों की दुर्दषा पर चिंता व्यक्त करते हुय सोमवार को कहा कि पहले से ही प्रदेश का किसान योगी सरकार की किसान विरोधी नीतियों से परेशान था और वर्तमान समय में कुदरत के कहर ने उसकी खून पसीने से सीची फसलों को नष्ट कर दिया । जिससे किसान वर्ग की कमर टूट गयी है। हताशा और निराशा के साथ किसान भुमखरी के कगार पर पहुंच रहा है लेकिन सरकार उदासीन रवैया अपनाये हुये है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि इतना ही नहीं प्रदेश सरकार और मिल मालिकों की मिलीभगत के चलते गन्ना किसानों का लगभग 15000 करोड रूपया बाकी है जिसमें 12000 करोड बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान तथा 3000 करोड रूपये ब्याज शेष है। जबकि केन एक्ट के अनुसार 14 दिनों के अन्दर गन्ना भुगतान हो जाना चाहिए लेकिन सरकार को किसानों के सुख दुख से कोई लेना देना नहीं है। प्रदेश सरकार ने मिल मालिकों के सामने घुटने टेकते हुये गन्ना किसानों के साथ छल किया है। जबकि इस वर्ष किसानों को चौतरफा मार झेलनी पड़ रही है। प्रदेश सरकार असमय बरसात व ओलावृष्टि से बर्बाद हुयी फसल की क्षतिपूर्ति देने में नाकाम साबित हो रही है।
उन्होंने सरकार से मांग की कि सूबे के मुख्यमंत्री योगी जी किसानों के दुख दर्द को समझे और उनके बकाया गन्ना मूल्य का मय ब्याज का भुगतान करने के साथ साथ सभी कर्जे माफ करे।उन्होंने कहा कि असमय मौसम से क्षतिग्रस्त हुयी फसल का उचित मुआवजा भी सरकार अविलम्ब किसानों को दे।
अविलंब किसानो की नष्ट हुई फसलों का मुआवजा दे सरकार --रोहित अग्रवाल
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