सहायता
ग्राम्यवार्ता परिवार की श्रमिकों के लिए दरियादिली
तेईसवें दिन ६५० जरूरतमंदों को खिलाया खाना
"संंवाददाता"
लखनऊ। प्रदेश की राजधानी लखनऊ से प्रकाशित एवं ५३ जनपदों में प्रसारित राष्ट्रीय हिंदी दैनिक ग्राम्यवार्ता परिवार मीडिया के साथ ही समाजिक क्षेत्रों में भी अपना योगदान देता रहा है। इसी कड़ी में कोरोना संक्रमण के कारण चल रहे लाकडाउन में गरीबों मजदूरों का पेट भरने का भी बीड़ा उठाया है। ग्राम्यवार्ता परिवार द्वारा विगत २३ दिनों से चल रही भोजन वितरण सेवा में मंगलवार को ६५० से अधिक लोगों को भोजन वितरित किया गया।
मीडिया के सरोकार के साथ ही राष्ट्रीय हो या फिर सामाजिक मुद्दे हर क्षेत्र में यह ग्राम्यवार्ता परिवार अपनी आग्रणी भूमिका निभाता है। वर्तमान में कोरोना संक्रमण के दौरान सबसे बड़ी समस्या गरीबों के पेट भरने की है। इसके लिए सरकार के साथ ही तमाम लोग बढ़ चढ़ कर अपना हर तरह का सहयोग दे रहे हैं। इसी क्रम में ग्राम्यवार्ता परिवार द्वारा गत २३ दिनो से चल रही भोजन वितरण सेवा में खाने का मीनू भी बदलता रहता है। कभी तहरी तो कभी पूड़ी सब्जी,राजमा चावल, कढ़ी चावल, का वितरण किया जाता है। किंतु मंगलवार को कढ़ी चावल का वितरण किया गया। जिसमे जगपाल खेड़ा, सहारा अस्पताल के आस पास, हुसेडिय़ा, अहमामऊ चौकी, अवध शिल्प ग्राम, शहीद पथ पर एव असंल सिटी कालोनी में करीब ६५० लोगों को भोजन वितरित किया गया। इस कार्य के कुशल संचालन का जिम्मा समाजसेवी इंद्रेश प्रताप सिह निभा रहे हैं। व्यवस्था में सहयोग शिव कुमार यादव ऊर्फ गब्बर,राज कुमार शर्मा, जितेन्द्र यादव, रोशन, ज्ञानेन्द्र सिंह, संदीप यादव, दुर्गेश यादव, बजरंगी, के केशर्मा, श्रीराम सैनी, दीपक राजपूत, छोटू, बृजेश यादव, कान्हा व पत्रकार राजेश सिंह मुख्य रूप से कर रहे हैं।